विद्यालय के मॉनिटर संबंधी दिशानिर्देश – School Monitor Role & Duty

बाल संसद प्रत्येक विद्यालय के लिए अनिवार्य, जानें इसकी संरचना और दायित्व
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विद्यालय के मॉनिटर क्या है

बाल संसद के अतिरिक्त विद्यालय के प्रत्येक कक्षा-कक्ष में एक मॉनिटर एक उप मॉनिटर का चयन किया जाना आवश्यक होता है। मॉनिटर के भी अपने कर्तव्य होते हैं जिसका निर्वाहन विद्यालय पठन-पाठन में सहायक होता है। आइए हम जानते हैं मॉनिटर के बारे में…

सभी वर्ग के बच्चों के द्वारा अपने-अपने वर्ग के लिए मॉनीटर एवं सह-मॉनीटर चुना जाएगा। इनमें से एक पद लड़की द्वारा भरा जाएगा। कोई भी मंत्री या उप मंत्री, मॉनीटर या उप-मॉनीटर के रूप में नहीं चुना जाए।

विद्यालय के मॉनिटर का कार्य

मॉनीटर निम्न कार्य करेंगें :

  1. शिक्षक को पढ़ाई-लिखाई कार्यों में सहयोग करना।
  2. वर्ग कक्ष में चौक/डस्टर की व्यवस्था करना। कक्षा में शांति बनाए रखना।
  3. वर्ग कक्ष को आनंददायी बनाना।
  4. विशेष आवश्यकता वाले बच्चों पर विशेष ध्यान रखना।
  5. मीना मंत्री को सहयोग करना। कक्षा में आवश्यक सूचना देना।
  6. वर्ग कक्ष में बच्चों की उपस्थिति चार्ट लगाना और मीना मंत्री की देखरेख में हरेक माह सुधारते जाना।
  7. शिक्षक की गैरहाजिरी में वर्ग कक्ष में समूह कार्य, एक दूसरे की सहायता से बच्चों द्वारा खुद पढ़ाई वर्ग कक्ष में पढ़ाई-लिखाई के वातावरण का निर्माण करना।
  8. वर्ग कक्ष को साफ एवं सुंदर रखना।
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