
गणित शिक्षण का अर्थ एवं परिभाषा
Mathematics Pedagogy For #CTET: CTET में गणित विषय से 30 प्रश्न पूछे जाते हैं। जिनमें 15 प्रश्न Pedagogy (शिक्षण विधि) से होते हैं। और शेष 15 प्रश्न मूल गणित विषय के होते हैं। गणित विषय की बेहतर तैयारी के लिए हम आपको Pedagogy और कैलकुलेशन दोनों प्रकार के नोट्स अलग अलग उपलब्ध कराएँगे।
जिसे आप PDF में भी download कर सकते हैं। साथ ही साथ इसे अच्छे से समझने के लिए वीडियो को अंत तक जरूर देखें।


गणित का अर्थ
गणित एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण विषय है। अतः इसकी शिक्षा का आदान-प्रदान या हस्तान्तरण करने से पहले यह जानना आवश्यक तथा महत्त्वपूर्ण है कि ‘गणित क्या है’? ‘इसकी शिक्षा क्यों दी जाये’? तथा ‘इसकी प्रकृति कैसी है’?
सामान्यतः गणित की अनेक परिभाषाएँ दृष्टिगोचर होती हैं। उदाहरण के लिए कोई गणित को गणनाओं का विज्ञान (Science of Calculations) कहता है, कोई संख्याओं तथा स्थान का विज्ञान (Science of number and space) के रूप में परिभाषित करता है तथा कोई मापन (माप-तौल), मात्रा और दिशा (आकार-प्रकार) का विज्ञान (Science of measurement, quantity and magnitude) के रूप में स्पष्ट करता है।
वास्तव में, गणित का शाब्दिक अर्थ होता है वह शास्त्र जिसमें गणनाओं की प्रधानता हो।’ इस प्रकार गणित के सम्बन्ध में दी गई मान्यताओं के आधार पर हम कहते हैं कि गणित-“अंक, अक्षर, चिह्न आदि संक्षिप्त संकेतों का वह विज्ञान है। जिसकी सहायता से परिमाण, दिशा तथा स्थान का बोध होता है।” गणित विषय का आरम्भ गिनती से ही हुई है और संख्या पद्धति (Number System) इसका एक विशेष क्षेत्र है जिसकी सहायता से गणित की अन्य शाखाओं को विकसित किया गया है।
- EVS NCERT Complete Summary For #CTET | NCERT EVS Class 3 Chapter 1 – 2
- EVS NCERT Complete Summary For #CTET | NCERT EVS Class 3 Chapter 3 – 4
- हाथी के बारे में रोचक तथ्य – Target CTET with NCERT EVS
गणित के सम्बन्ध में सारांश
कह सकते हैं कि…
- गणित स्थान तथा संख्याओं का विज्ञान है।
- गणित गणनाओं का विज्ञान है।
- गणित माप-तौल (मापन), मात्रा (परिमाण) तथा दिशा का विज्ञान है।
- गणित विज्ञान की क्रमबद्ध, संगठित तथा यथार्थ शाखा है।
- इसमें मात्रात्मक तथ्यों और सम्बन्धों का अध्ययन किया जाता है।
- यह विज्ञान का अमूर्त रूप है।
- यह तार्किक विचारों का विज्ञान है।
- गणित के अध्ययन से मस्तिष्क में तर्क करने की आदत स्थापित होती है।
- यह आगमनात्मक तथा प्रायोगिक विज्ञान है।
- गणित वह विज्ञान है जिसमें आवश्यक निष्कर्ष निकाले जाते हैं।
गणित की परिभाषा (Definition)
बर्टेण्ड रसैल-रसैल ने गणित को परिभाषित करते हुए लिखा है कि-“गणित एक ऐसा विषय है जिसमें हम यह भी नहीं जानते कि हम किसके बारे में बात कर रहे हैं और न ही यह जान पाते हैं कि हम जो कह रहे हैं, वह सत्य है।”
गेलीलियो के अनुसार-गैलीलियो महोदय ने गणित के महत्त्व को स्पष्ट करते हुए गणित को इस प्रकार परिभाषित किया है- “गणित वह भाषा है जिसमें परमेश्वर ने सम्पूर्ण जगत या ब्रह्माण्ड को लिख दिया है।”
लौक के अनुसार-“गणित वह मार्ग है जिसके द्वारा बच्चों के मन या मस्तिष्क में तर्क करने की आदत स्थापित होती है।”
गॉस के अनुसार-“गणित, विज्ञान की रानी है।”
बेल के अनुसार-“गणित को विज्ञान का नौकर माना जाता है।”
गिब्स के अनुसार-“गणित एक भाषा है।”
बेकन के अनुसार-“गणित सभी विज्ञानों का मुख्य द्वार एवं : कुंजी है।”
बर्थलॉट के अनुसार-“गणित सभी वैज्ञानिक शोधों का एक अति महत्वपूर्ण उपकरण है।
गणित का अर्थ एवं परिभाषा संपूर्ण जानकारी विस्तार से जानने के लिए
विडियो को अंत तक देखें





